Laxmi maa लक्ष्मी मां की पूरी सच्चाई जान कर हैरान हो जाओगे।
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भगवान विष्णु की पत्नी है महालक्ष्मी धन संपत्ति आधा पैसा वर्तमान में मनुष्य की सबसे बड़ी जरूरत है, पैसे से ही मनुष्य की जीवन की तमाम भौतिक जरूरतें पूरी होती है धन संपत्ति समृद्धि का एक नाम लक्ष्मी भी है लक्ष्मी जी भगवान विष्णु की पत्नी है मान्यता है कि मां लक्ष्मी की कृपा से ही घर में धन संपत्ति समृद्धि आती है।
घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता वह दरिद्रता हर कर लेती है इसलिए मां लक्ष्मी का प्रसन्न होना बहुत जरूरी माना जाता है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए की जाती है मां लक्ष्मी की पूजा है लक्ष्मी पूजन की विधि और पूजा के लिए चाहिए कौन सी सामग्री के लिए सामग्री अपने सामर्थ्य के अनुसार जूता सकते है।
लक्ष्मी को जो वस्तुएं प्रिय हैं उन्हें लाल गुलाबी या फिर पीले रंग का रेशमी वस्त्र लिया जा सकता है कमल और गुलाब के फूल भी मां को बेहद प्रिय है, फल के रूप में श्रीफल सीताफल बेर अनार और सिंघाड़े बीमा को बेहद पसंद है अनाज में बनी मिठाई हलवा हीरा का उपयोग दिया जलाने के लिए गाय का घी मूंगफली के तेल इस्तेमाल किया जाता है।
पूजन में रोलिंग कुमकुम पान सुपारी लौंग इलाइची चौकी कलश मां लक्ष्मी भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा या चित्र संथाली चांदी का सिक्का धूप कपूर अगरबत्ती नारियल शहद दही गंगाजल गुड़ धनिया गेहूं दूर्वा चंदन सिंदूर सुगंध के लिए बड़ा अथवा चंदन के इत्र ले सकते हैं।
पूजा की विधि सबसे पहले पूजा की जल पात्र से थोड़ा जल लेकर मूर्तियों के ऊपर चढ़कर इससे मूर्तियों का पवित्र करण हो जाएगा इसके पश्चात स्वयं को पूजा सामग्री एवं अपने आसन को बेहतर करें।
इस प्रकार से नहीं आती है मां लक्ष्मी घर में, जानिए क्या कारण है।
लक्ष्मी जी विष्णु पत्नी है यह सदा भक्तों को फल देने वाली है उन्हें पुराणों और शास्त्रों में चंचल कहा गया है जो धन रूप में कभी भी किसी एक व्यक्ति के पास नहीं ठहरती पानी के बहाव की तरह ही हमेशा स्थान बदलती रहती है लेकिन इस दुनिया में कुछ ऐसे भी मनुष्य होते हैं जिनके पास धन रूप में लक्ष्मी कभी नहीं आती है, यानी कि ये लोग हमेशा गरीब रहते हैं यह कभी अमीर नहीं बन सकते और इसके पीछे की वजह होती है वह लोग स्वयं।
ग्रंथों में ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है जिनके पास धन लक्ष्मी कभी नहीं आती है,आज हम आपको उन्हीं लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार देवी लक्ष्मी समुद्र मंथन से उत्पन्न हुई थी और समुद्र मंथन कोई साधारण कार्य नहीं था पूरे देवता भी कर सकते थे इसके लिए उन्हें सहारा लेना पड़ा था देवता और राक्षस इस माह कठिन कार्य को पूर्ण किया और फलस्वरूप उन्हें बहुत कुछ प्राप्त हुआ इस समुद्र मंथन के दौरान हलाहल जैसा भी निकला और अमरता प्रदान करने वाला अमृत भी इस लक्ष्मी को प्रसन्न करना है और बुराई इन दोनों का सहारा लेना पड़ेगा।
उस तरफ सच में देवी लक्ष्मी को पाना चाहते हैं तो आपको स्वयं भगवान विष्णु की तरह ही बना होगा और मन के महासागर का मंथन करना होगा आपके मन की अच्छाई और बुराई दोनों की सहायता से सागर का मंथन करें जैसे देवताओं और राक्षसों ने किया था और बुद्धि के मंदिर आंचल पर्वत को कछुए की तरह शीतल स्वभाव और निर्मल मन से स्थिर रखने की कोशिश करें भले ही सही और गलत विचार आग को भड़काने का कितना भी प्रयास क्यों न करें।
आशिकी नाक की तरह एक कटोरी नियम में बांधकर रखें ताकि वह एक दूसरे पर हावी ना हो वासुकी नाक के मुख से निकलने वाली अग्नि की तरह ही अपने कठोर नियमों से बुरी आदतों पर प्रतिबंध लगाए थे ना छूटे इसका प्रयास करें इसके अंदर विराजमान है।
उसे अपने जीवन किस महासागर का मंत्र कर समाचार सुख जैसे अमृत को प्राप्त करना है और साथ ही दुख और विपत्तियों से भरे हालात जैसे विश का भी सामना करना है इसके लिए उसे महादेव जैसे दोस्त या जीवनसाथी की आवश्यकता है तो यह जानते हैं।
भूल कर भी इसे ना करे लक्ष्मी मां ऐसे लोगो से हमेशा नाराज रहती है।
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Maan Lakshmee ghar mein kaise aatee hai? |
- लालच लालची व्यक्ति के पास देवी लक्ष्मी कभी नहीं ठहर कि ऐसे लोगों के पास धन आता है और चेहरा भी ज्यादा है इसलिए इनको शुगर चेन नहीं मिलता यह लोग अधिक धन पाने की चाह में सदैव लक्ष्मी को पाते हैं और खो देते हैं इसलिए पैसा होने के बावजूद भी यूनिक सुखी नहीं रहते इसलिए सुख समृद्धि पाने के लिए लालच का त्याग करना आवश्यक है, मन से किसी भी चीज का अत्यधिक लालच को नष्ट करता है का विकास होने लगता है इसलिए किसी भी नहीं होना चाहिए और किसी भी नहीं करना चाहिए किसी चीज के बारे में होनी चाहिए।
- दूसरी बात है फैशन देवता और दैत्य दोनों को भी कहा जाता है लेकिन जिन के चरणों के समक्ष देवी लक्ष्मी सदैव विराजमान है ऐसे श्री हरि विष्णु को किसी ग्रंथ में व्यसनी कहा गया है नहीं इसलिए अगर मां लक्ष्मी की कृपा पानी है, तो सर वो पैसों से मन को क्रश ने वाली व्याधियों से मुक्त होकर ही जीवन व्यतीत करें यह आपके ऊपर हावी होते हैं और आपको देर से आते हैं इसलिए आपकी जो भी बुरी आदत है उनसे छुटकारा पाए उनके प्रतिबंध लगाए।
- इसी बात है घर में आप सभी को पता है समुद्र मंथन से देवराज इंद्र को बाद सिर वाला एरावत अप्सराएं पारिजात जैसी चीजें मिली और राक्षसों को उच्च सर्वनाम का घोड़ा मिला इन सभी चीजों को एक दूसरे से खुद को शक्तिशाली और बलशाली साबित करने की चिन्हों के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन कामधेनु जैसी गाय सृष्टि रचयिता ब्रह्मा जी के पास गई चंद्रमा जैसा शीतल शिवजी के मस्तक में गया कुछ तो मनीषा रंगा शंख और माता लक्ष्मी भगवान विष्णु जी के पास के घर का त्याग करें छोड़ देना होने पर भी दूसरों से ज्यादा ना करें।
कितना भी धन कमाए विनम्रता से और सभ्यता से लोगों से बात करें उन्माद ना दिखाएं ऐसा करने पर देवी लक्ष्मी स्वयं आपके पास दौड़ी चली आएगी।
- श्री लंपट ना बनी जैसे इधर मंत्री देवता अमृत कलश लेकर आए सारी दानव दैत्य तत्र देवता के पीछे पड़ गए मोहिनी के रूप में मोहित होकर अमृत के पास से वंचित रह गए इसलिए अगर अपना मन से अपने ऊपर लगाए से ना भटके देवी लक्ष्मी घर में बिल्कुल भी प्रवेश नहीं करती जो स्त्रियों का सम्मान करता हो।
मां लक्ष्मी जी की गुप्त पूजा करने और उपाय जानिए धन कैसे आता है।
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इंसान की इच्छा होती है कि उसके पास बहुत सा धन हो जिससे वह अपने परिवार का पालन पोषण अच्छे से कर सके लेकिन दोस्तों कई बार बहुत ज्यादा मेहनत करने के बावजूद भी इंसान इतना पैसा नहीं कमा पाते जिससे उसके परिवार का पालन पोषण अच्छे से हो सके तो पैसे का घर में ना आना इसका कारण आपके घर में वास्तु दोष या फिर आपकी कुंडली में ग्रहण का दोष भी हो सकता है।
दोस्तों अगर आप पूरी श्रद्धा भावना के साथ शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को याद करेंगे सच्चे मन से उनकी पूजा करेंगे तो मां लक्ष्मी खुश होकर आपकी सभी मुश्किलें आसान कर देगी आपकी कुंडली से ग्रहण का दोष भी इससे कम होगा।
दोस्तों शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से आपके घर में सुख समृद्धि तो आएगी उसके साथ-साथ आप के ग्रहों का दोष भी दूर होगा। तो महालक्ष्मी प्रवास नहीं होता है जहां स्वच्छता का वास होता है, इसलिए अपने घर को साफ सुथरा रखना सबसे महत्वपूर्ण है दोस्तों आज हम आपको शुक्रवार के दिन किए जाने वाला एक ऐसा शक्तिशाली और चमत्कारी उपाय बताएंगे इसको करने से आपके घर में धन की देवी महालक्ष्मी का निरंतर वास हो जाएगा और आपके घर में सुख समृद्धि आ जाएगी।
वह तो आपको रोज सुबह उठकर महालक्ष्मी का आवाहन करना चाहिए और मुख्य द्वार पर हल्दी और पानी का छिड़काव करना चाहिए दोस्तों यदि आप हल्दी का छिड़काव नहीं करना चाहते तो एक लोटा जल लेकर अपने दरवाजे पर डाल दें दोस्तों यदि आप अपनी सभी मनोकामनाएं पूरी करना चाहते हैं, तो आप को शुक्रवार के दिन एक छोटा सा उपवास करना चाहिए इस दिन एक दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक लगातार तीन शुक्रवार करना चाहिए इससे मां लक्ष्मी की कृपा आप पर जरूर बन जाएगी।
महालक्ष्मी की कृपा पाने के लिए आपको मां लक्ष्मी के महामंत्र का जप 108 बार करना चाहिए दोस्तों मंत्र है ओम श्रीम श्रीम नमः दोस्तों इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए और यह प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू कर कर लगातार 48 दिन तक आपको इस मंत्र का जप करना चाहिए दोस्तों जब मंत्र का जप पूरा हो जाए तो मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं इसके बाद 7 वर्ष की आयु से कम कन्याओं को या पश्चात बांट दें।
तो यह उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर बन जाएगी और आपके घर में सुख समृद्धि का वास हो जाएगा दोस्तों जय सभी टूटती और उपाय तभी काम करते हैं जब आप किसी भी मनुष्य से बाहर विरोध नहीं रखते घर में अपने माता पिता की सदैव सेवा करते हैं उनकी हर आज्ञा का पालन करते हैं।
thanks for valuable comments